स्विमिंग पूल में बच्चे के सामने डीएसपी व महिला कांस्टेबल की अश्लील हरकत का वीडियो वायरल
Rajasthan अजमेर में ब्यावर के डीएसपी हीरालाल सैनी और जयपुर कमिश्नरेट में तैनात एक महिला कांस्टेबल का स्वीमिंग पूल में नहाते समय अश्लील हरकतों वाला वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने पर थानाधिकारी को लाइन हाजिर किया गया है।अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान के उपखंड ब्यावर (अजमेर) के डीएसपी हीरालाल सैनी और जयपुर कमिश्नरेट में तैनात एक महिला कांस्टेबल का स्वीमिंग पूल में नहाते समय अश्लील हरकतों वाला वीडियो इंटरनेट मीडिया पर लगातार वायरल होने पर पुलिस महकमें में खलबली मची है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस ने डेमेज कंट्रोल करते हुए जहां सैनी के विरुद्ध कार्रवाई शुरू की, वहीं महिला कांस्टेबल के पति की दो अगस्त को नागौर के चितावा पुलिस स्टेशन पर दी लिखित शिकायत पर कार्रवाई नहीं करने वाले थानेदार को नागौर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही, थानाधिकारी को 17 सीसी का नोटिस देकर लिखित शिकायत के बावजूद मुकदमा दर्ज नहीं करने का कारण पूछा गया है।
वायरल वीडियो में दिखाई देने वाली जयपुर कमिश्नरेट में तैनात महिला सिपाही के पति की शिकायत में डीएसपी सैनी और उसकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट के फैसलों और पुलिस के प्रावधान का हवाला भी शिकायत में दिया गया था। इस शिकायती पत्र की भाषा से साफ प्रतीत होता है कि यह किसी वकील या पुलिस के अधिकारी ने लिखा है। इस पत्र में राज्य के डीजीपी के परिपत्रों का हवाला भी दिया गया, लेकिन इस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही चितावा पुलिस स्टेशन पर मुकदमा दर्ज किया गया। डीजीपी एमएल लाठर ने आठ सितंबर को सैनी को तब निलंबित किया, जब पुलिस की छवि खराब करने वाला अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।गौरतलब है कि सैनी की ब्यावर में नियुक्ति भाजपा शासन में हुई थी, तब मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे थीं। तब सैनी भाजपा के ही दमदार नेता के रसुकात से यहां लगे थे। कांग्रेस सरकार में भी सैनी कितने प्रभावशाली हैं। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वे पिछले तीन वर्ष से ब्यावर में ही नियुक्त हैं। जबकि दिसंबर, 2018 में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पुलिस के अधिकांश अफसरों ने तबादले हुए थे। हीरालाल सैनी ब्यावर में ही टिके रहे। पुलिस व राजनीतिक हलकों में यह भी विचारणीय बना हुआ है कि ब्यावर जैसे बड़े उपखंड में प्रशिक्षु आइपीएस की नियुक्ति आमतौर पर होती रही है। गत वर्ष सरकार ने एक प्रशिक्षु आइपीएस की नियुक्ति के आदेश भी कर दिए थे, लेकिन हीरालाल सैनी का इतना दमखम था कि सरकार को आइपीएस की नियुक्ति आदेश को निरस्त करना पड़ा। यदि महिला कांस्टेबल के पति के पत्र को भी गंभीरता से ले लिया जाता तो सैनी का अश्लील वीडियो वायरल नहीं होता। स्विमिंग पूल में महिला कांस्टेबल का छह वर्ष का बेटा भी नजर आ रहा है। हीरालाल सैनी की उम्र करीब 55 वर्ष है, लेकिन सैनी की हरकतों से पूरे पुलिस महकमे की छवि खराब हुई है। इससे सैनी के परिवार वालों को भी विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा हो सकता है। यह बाद दीगर है कि सैनी यह दावा करें कि उनका वीडियो एडिट किया गया है।
नागौर के पुलिस अधीक्षक ने चितावा के थानाधिकारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इसके साथ ही महिला कांस्टेबल के पति की शिकायत को दर्ज नहीं करने पर थाना अधिकारी को 17 सीसी का नोटिस भी जारी किया है।