कोरोना की चौथी लहर: ओमिक्रॉन BA.2 और XE वैरिएंट कहर मचा रहा है। पढ़ें पूरी खबर.
देश के कई राज्यों में कोरोना की चौथी लहर आने के पुख्ता संकेत मिल रहे हैं। भारत की राजधानी दिल्ली, एनसीआर, नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव आदि शहरों में बड़ी संख्या में बच्चे कोरोना संक्रमित हो गए हैं। ओमिक्रॉन BA.2 और XE वैरिएंट कहर मचा रहा है। ऐसे में बिहार, झारखंड समेत दूसरे राज्यों में भी अभिभावक अपने बच्चे को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाने में जुट गए हैं।
इधर दिल्ली में बीते 24 घंटे में बेतहाशा बढ़ रहे कोरोना पाॅजिटिव केस के बाद कहा जा रहा है कि देश में कोविड की चौथी लहर आ गई है। यहां होम आइसोलेशन के मामलों में लगभग 48% की वृद्धि एक दिन में दर्ज की गई है। इस बीच केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि बेहद चिंताजनक रूप से दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण के दैनिक मामले बढ़ रहे हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश की राजधानी में सकारात्मकता दर 4 अप्रैल से एक प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है जब यह 1.34 प्रतिशत थी। दिल्ली में कोविड की चौथी लहर आने की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन आम तौर पर लोगों को डर है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना के मामले बढ़ते ही दूसरे राज्यों में कोरोना संक्रमण में तेजी आ जाएगी
आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञों ने पहले ही देश में मई अंत तक, कोरोना की चौथी लहर आने का अनुमान जताया है। यह अगस्त तक पीक पर आ सकती है। हालांकि, इस बार राहत की बात यह है कि दूसरी और तीसरी लहर की तरह अबकी बार कोरोना वायरस का वैरिएंट ज्यादा डरावना घटनाक्रम लेकर नहीं आया है। XE और BA.2 वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद यह कहा गया है कि वायरस का यह प्रारूप ज्यादा संक्रामक है। यह 10 से 70 गुणा अधिक तेजी से फैलता है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार देशभर में शनिवार को होम आइसोलेशन के मामलों की संख्या 1000 को पार कर गई है। 2.39 प्रतिशत की सकारात्मकता दर के साथ 325 नए कोरोनोवायरस मामले दर्ज किए गए थे। चिंताजनक रूप से, पिछले कुछ दिनों में दैनिक COVID मामले बढ़ रहे हैं, जबकि सकारात्मकता दर 4 अप्रैल से एक प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है, जब यह 1.34 प्रतिशत थी।
पिछले एक सप्ताह में कोरोना के बढ़ते मामले पर नजर रख रहे वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट ने बताया है कि कोरोनो वायरस स्थिति से निपटने के लिए अभी बहुत डरावना स्थिति नहीं है। दैनिक मामलों में उछाल के लिए कोरोना सुरक्षा एहतियात हटाए जाने को जिम्मेवार बताया गया है। विशेषज्ञों ने कहा कि मास्क हटाने के प्रति पहले ही सरकारों को आगाह किया गया था। कोविड से सुरक्षा संबंधी सभी पर्याप्त उपाय किए जा रहे हैं।