Tuesday, November 26, 2024

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खुदाई में मिला प्राचीन सामान का सोने का खजाना आप भी देखिए चित्र

प्रशांत बख्शी समाचार संपादक

चीन में मिला प्राचीन खजाना, निकाली सोने की कलाकृतियां, रहस्‍यमय साम्राज्य के खुलेंगे राज

 

 

Treasure Found In China: चीन के पुरातत्वविदों ने एक प्रचीन खजाना खोज निकाला है। दक्षिण-पश्चिम चीन में ये खजाना मिला है, जिसमें 13,000 कलाकृतियां हैं। पुरातत्वविदों को कछुए की खोल जैसा दिखने वाला एक बक्सा भी मिला है। इसके साथ ही बलि देने वाली वेदी भी मिली है। माना जा रहा है कि ये खजाना4,500 से 3000 साल पुराने एक रहस्यमय साम्राज्य का है।छह बलि देने वाले गड्ढों की हुई खुदाई

चीनी मीडिया के मुताबिक ये खजाना छह बलि देने वाले गड्डों से मिला है। खजाना सोने, कांस्य और जेड से बना है।

 

इतिहासकारों का मानना है कि ये शू के प्रचानी साम्राज्य का हिस्सा है। सांक्शिंगदुई संस्कृति के बारे में अभी बहुत कम जानकारी है, क्योंकि इनका कोई लिखित इतिहास मौजूद नहीं है। माना जा रहा है कि इस खोज से इनके बारे में पता चलेगा। 1920 में मिला था सांक्शिंगदुई खंडहर

यह खजाना दक्षिणपश्चिमी चीन के सिचुआन प्रांत में सांक्शिंगदुई रुइन्स (खंडहर) में मिला। सांक्शिंगदुई खंडहर की खोज मूल रूप से 1920 के दशक के अंत में हुई थी और इसे 20वीं सदी की दुनिया की सबसे महान पुरातात्विक खोज में से एक बताया गया है।

 

तीन हजार साल पुरान हो सकता है खजाना

प्रांतीय राजधानी चेंगदू से करीब 60 किलोमीटर दूर स्थित ग्वांगन शहर में यह खंडहर 12 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में है और इसे शू साम्राज्य का अवशेष माना जा रहा है जो करीब 3,000-4,500 साल पहले था।खुदाई में क्या-क्या मिला

खंडहर के आसपास पुरातत्वविदों को राख की खाई, स्थापत्य नींव और बलि देने के लिए बनाए गए छोटे गड्ढे तथा सांस्कृतिक अवशेषों के साथ ही बांस, नरकट, सोयाबीन और मवेशी तथा जंगली सुअरों के अवशेष मिले हैं, जिनकी बलि दी गयी होगी।2020 से चल रहा खुदाई

सिचुआन प्रोविन्शियल कल्चरल रेलिक्स एंड आर्कियोलॉजी रिसर्च इंस्टीट्यूट, पेंकिंग विश्वविद्यालय, सिचुआन यूनिवर्सिटी और अन्य अनुसंधान संस्थानों तथा विश्वविद्यालयों ने 2020 से लेकर अब तक बलि वाले छह गड्ढों की खुदाई से यह खोज की है।कछुए की तरह दिखने वाला बक्सा

शोधकर्ताओं ने कछुए के खोल की तरह दिखने वाले बक्से को दिलचस्प बताया है और कहा कि ये कांसे और जेड से बना हुआ है। वहीं शोधकर्ताओं को तीन फीट ऊंची कांस्य की वेदी मिली है। माना जाता है कि शू सभ्यता के लोग यहां बलि देते थे।