Monday, November 25, 2024

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CM Yogi Tattoo: मुस्लिम युवक ने सीने पर गुदवाया सीएम योगी का टैटू,जरूर पढ़े खबर

 

प्रशांत बख्शी/ लखनऊ

एटा के कस्बा सराय अगहत निवासी यामीन सिद्दीकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जबरा फैन हैं। उनके लिए दीवानगी इस कदर है कि यामीन ने अपने सीने पर सीएम योगी का टैटू गुदवा लिया है। उनकी तमन्ना है कि मुख्यमंत्री से मिलकर यह टैटू उन्हें दिखाएं। यामीन ने जब अपने सीने पर सीएम योगी का टैटू गुदवाया तो उनके परिवार ने साथ दिया, लेकिन समाज के लोगों ने उनके फैसले का विरोध किया। इस पर यामीन का कहना है कि समर्थन और विरोध हर किसी का हर वर्ग में होता है। उन्होंने कहा कि वह योगी सरकार की नीतियों से संतुष्ट हैं। इसलिए वह उनके प्रशंसक हैं। बता दें कि यामीन सिद्दीकी समाजवादी छात्र सभा के सक्रिय सदस्य रह चुके हैं, लेकिन योगी सरकार की नीतियों से वह प्रभावित हुए हैं। यामीन कस्बे में ही जूते-चप्पल की दुकान करते हैं। छात्र जीवन में पढ़ाई करने के लिए फिरोजाबाद गए। 2017 में वहां सपा छात्र सभा में नगर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी मिली और वहां लगातार चार साल काम किया। यहां आने के बाद भी सपा से जुड़ाव रहा, लेकिन अभी करीब दो महीने पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक भाषण ने उनका हृदय परिवर्तन कर दिया। उसी समय से वह सीएम योगी के फैन हो गए। यामीन सिद्दीकी लगातार सीएम योगी के भाषण और वीडियो देखने व सुनने लगे। इतने प्रभावित हुए कि 22 मई को अपना फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल बनाकर योगी की पोस्ट व वीडियो अपलोड तथा शेयर करने लगे। इसी बीच मुख्यमंत्री का जन्मदिन आया तो चार जून को आगरा पहुंचकर सीएम योगी का टैटू अपने सीने पर बनवा लिया।

यामीन बताते हैं कि उनके इस निर्णय से परिवार में सभी लोग सहमत हैं। सभी लोग भाजपा व योगी सरकार की नीतियों से संतुष्ट हैं। हालांकि मुस्लिम बाहुल्य इस कस्बे में कुछ लोगों का विरोध भी उन्हें उठाना पड़ रहा है, लेकिन वह कहते हैं कि समर्थन और विरोध हर किसी का हर वर्ग में होता है। यहां अन्य किसी नेता ने भी ऐसा कोई काम नहीं किया कि उसे पसंद किया जाए।

यामीन का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी की सादगी बहुत पसंद आती है। साथ ही उनकी व पार्टी की सबका साथ सबका विकास नीति ने प्रभावित किया है। इसका बहुत बड़ा उदाहरण पीएम आवास योजना है। जिसमें सभी को बिना भेदभाव मकान बनवाने के लिए ढाई लाख रुपये दिए गए। कस्बे में मुस्लिम समुदाय के कई लोगों के मकान इस योजना के तहत बने हैं।