हिमाचल…राजनीति : सरकारी हेलीकाप्टर को लेकर सीएम जयराम और नेता प्रतिपक्ष मुकेश में तू—तू मैं—मैं, मुकेश बोले —परिवार तक न जाए सीएम
Prashant bakshi
रिकांगपिओ (किन्नौर)/नेरचौक (मंडी) । सरकारी हेलीकाप्टर के इस्तेमाल को लेकर सीएम जयराम ठाकुर और नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री में जुबानी जंग छिड़ गई है। बुधवार को दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर हमला बोला।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने रिकांगपिओ में राज्यस्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प मेले के शुभारंभ पर जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता हमेशा कहते हैं कि मुख्यमंत्री तो हेलीकाप्टर से ही जाते हैं, ऐसा लग रहा है जैसे वह पहले घोडे़ पर जाते होंगे, जो ऐसी बात करते हैं। मुख्यमंत्री एक संवैधानिक पद पर होता है, उसे पूरे प्रदेश में विकास के लिए हेलीकाप्टर में जाना पड़ता है। आजकल एक नेता को राजनीति का बुखार चढ़ा है।यह नेता चार साल से बोल रहा है कि मुख्यमंत्री ओक ओवर में ही रहता है। उस नेता को पता होना चाहिए कि अब तक के सभी मुख्यमंत्री ओक ओवर में ही रहे हैं। वह पहाड़ी क्षेत्र में रहने वालों की समस्याओं को समझते हैं। उन्होंने कहा कि वह उछलकूद और भांगड़ा नहीं करते हैं। नाटी में संस्कार और संस्कृति होती है। उन्होंने कहा कि जब भी किन्नौर में किसी कार्यक्रम में आते हैं, तब सब कुछ ठीक होता है, लेकिन जब सहयोग की बारी आती है, तब कमी रह जाती है। इसलिए अबकी बार रिवाज बदलें।वहीं मंडी जिले के बल्ह में बुधवार को आयोजित सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सीएम किन्नौर में कह रहे हैं, मेरा हेलीकाप्टर है। मेरे हेलीकॉप्टर में मैं उड़ता हूं। यह मुकेश अग्निहोत्री के टब्बर (परिवार) का नहीं है, क्या दिक्कत हैं उन्हें।,मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि सीएम परिवार तक न जाएं, परिवार तक जाएंगे तो बात दूर तलक जाएगी। अगर हेलीकाप्टर मुकेश अग्निहोत्री के टब्बर का नहीं तो किसी की सहेलियों का भी नहीं है। यह हिमाचल सरकार का है और सांविधानिक व्यवस्थाओं के चलते उन्हें मिला है।मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं तो वह संभल कर रहें। आप सोचते हैं कि अग्निहोत्री की बेटी और पत्नी पर बात करेंगे। जितना दूर जाओगे, उतना दूर मुकेश अग्निहोत्री भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि याद रखें कि उनकी भी दो बेटियां और पत्नी है। बेहतर रहेगा कि मुद्दे तक सीमित रहो।,परिवार सबके हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला और नौकरियों के बेचने के आरोप प्रदेश सरकार पर लग रहे हैं।