Prashant bakshi
बजट अवमुक्त होने पर छह साल में पूरा होगा रेलवे लाइन बिछाने का कार्य शामली। हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दो औद्योगिक नगरी को जोड़ने वाली 104 किमी लंबाई वाली मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन पर 3 हजार 540.57 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बजट अवमुक्त होने पर छह साल में यह रेलवे लाइन तैयार की जानी है। इस रेलवे लाइन के पानीपत के दीवाना, शामली के एलम और मेरठ के दौराला स्टेशनों को जंक्शन बनाया जाएगा। इसी साल रेलवे लाइन के लिए धनराशि स्वीकृत होने की उम्मीद है।
मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन की मांग 25 साल से ज्यादा समय से की जा रही है। तत्कालीन केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई के अनुरोध पर रेल राज्यमंत्री सतपाल महाराज ने मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन के प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कराकर रेल मंत्रालय को भिजवाई थी। वर्ष 2009 में आम बजट में तत्कालीन रेलमंत्री ममता बनर्जी ने इस रेल लाइन के सर्वे की घोषणा की थी। वर्ष 2015 के आम बजट सत्र में तत्कालीन भाजपा सांसद हुकुम सिंह ने मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग के दोहरीकरण और विद्युतीकरण, कैथल, करनाल, शामली होकर मेरठ तक नई रेलवे लाइन स्थापना का मुद्दा उठाया था। वहीं, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने दिल्ली-शामली-सहारनपुर के दोहरीकरण व विद्युतीकरण के लिए 1500 करोड़ रुपये, मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन के लिए 2200 करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था कर कैथल, करनाल, शामली होकर मेरठ तक रेलवे लाइन की स्थापना के लिए सर्वे की घोषणा की थी। इसके बाद दिल्ली- शामली-सहारनपुर का विद्युतीकरण हो चुका है। हालांकि दोहरीकरण अभी जारी है। कैथल, करनाल, शामली, मेरठ रेलवे लाइन का सर्वे तीन साल पहले हो चुका है। डीपीआर के मुताबिक मेरठ-पानीपत नई रेलवे लाइन पर 3 हजार 540.57 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दो साल पूर्व आम बजट में इस रेलवे लाइन के लिए 1050 करोड़ रुपये की बजट में घोषणा की गई थी। रेल मंत्रालय से बजट की धनराशि अवमुक्त नहीं हुई। दो माह पहले मुजफ्फरनगर के सांसद व केंद्रीय डॉ. संजीव बालियान व कैराना के सांसद प्रदीप चौधरी रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात करके पानीपत-मेरठ रेल लाइन का बजट जारी कराकर कार्य शुरू कराने की मांग कर चुके हैं। मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन निर्माण के लिए कैबिनेट की बैठक में धनराशि अवमुक्त कराने की सिफारिश की गई है। इसमें धनराशि अवमुक्त होने के बाद कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
92 किमी लंबी बिछेगी रेल लाइन
डीपीआर के मुताबिक 104 किमी लंबी पानीपत-मेरठ नई रेलवे लाइन के लिए मेरठ के दौराला से लेकर पानीपत के दीवाना तक बिछाई जाएगी। प्रति किमी रेलवे लाइन बिछाने पर 38.48 करोड़ रुपये खर्च होंगे। रेल लाइन पानीपत जंक्शन से चलकर दीवाना, शिमला गुजरान, बापौली, शामली जिले के तितरवाड़ा, गंगेरू, एलम, मुजफ्फरनगर जिले के राजपुर छाजपुर, जौला, बुढ़ाना, मुल्हेड़ा, सरधना से होती हुई दौराला तक जाएगी। डीपीआर के मुताबिक पानीपत और मेरठ पहले से जंक्शन हैं। दीवाना रेलवे स्टेशन पर यह नई रेलवे लाइन क्रॉस करेगी। शामली जिले के एलम में दिल्ली-शामली-सहारनपुर रेलवे मार्ग को क्रॉस कर सरधना से होते हुए दौराला में दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून रेलवे मार्ग को क्रॉस करेगी। इस रेलवे लाइन पर 12 रेलवे स्टेशन और तीन जंक्शन होंगे।
प्रतिवर्ष इस तरह खर्च होगा पैसा
इस प्रोजेक्ट में 3540.57 करोड़ रुपये की कुल लागत आएगी। पहले साल में 177.03 के करोड़ रुपये खर्च होंगे। दूसरे साल 885.14 करोड़, तीसरे साल 885.14 करोड़, चौथे साल 885.14 करोड़ रुपये, पांचवें साल 531.07 करोड़ रुपये और छठे साल 177.03 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सिविल इंजीनियरिंग कार्यों पर 3 हजार 204.01 करोड़ रुपये, इलेक्ट्रिक कार्यों पर 135.80 करोड़ का खर्च आएगा। टीआरडी पर 103.95 करोड़, एसएनटी पर 96.82 करोड़ खर्च होंगे।
कैराना में यमुना पर बनेगा रेलवे का पुल
मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन पर कैराना में यमुना, शामली जिले में कृष्णा और मेरठ में हिंडन नदी पर रेलवे के नए पुल बनाए जाएंगे। तीन दिन पूर्व कैराना सांसद प्रदीप चौधरी ने दिल्ली में उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक से मुलाकात करके मेरठ-पानीपत रेलवे लाइन की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने रेलवे लाइन की डीपीआर और उसके मैप आदि का भी अध्ययन किया।