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चीनी कंपनी Vivo पर ईडी का शिकंजा, देश छोड़कर भाग गए डायरेक्टर!
,चीनी कंपनी वीवो के डायरेक्टर्स को लेकर कहा जा रहा है कि वे देश छोड़कर चले गए हैं. मंगलवार को ईडी ने कंपनी के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. उस कार्रवाई के बीच अब कंपनी के डायरेक्टर्स गायब हैं.ईडी ने वीवो के 44 ठिकानों पर छापा मारा था
जाली दस्तावेजों के इस्तेमाल का लगा आरोप
चीनी कंपनी वीवो पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब से अपना शिकंजा कसा है, कंपनी की मुसीबत बढ़ती जा रही है. खबर आ रही है कि वीवो के डायरेक्टर Zhengshenou और Zhang Jie ने देश छोड़ दिया है. कहा जा रहा है कि जांच के डर से दोनों ही फरार हो गए हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि वीवो पर भारत में रहते हुए बड़े स्तर पर हेराफेरी करने का आरोप है. इसी वजह से मंगलवार को ईडी ने वीवो के दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मेघालय, महाराष्ट्र समेत देशभर में 44 ठिकानों पर छापा मारा था. अब जिस समय ये छापे मारे गए, मौके पर ना Zhengshenou मिले और ना ही Zhang Jie कही दिखाई दिए. इसी वजह से जांच एजेंसी संदेह है कि दोनों ही डायरेक्टर देश छोड़ चले गए हैं.
यहां ये जानना जरूरी हो जाता है कि हाल ही में दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने जम्मू-कश्मीर स्थित वीवो के एक डिस्ट्रीब्यूटर्स के खिलाफ केस दर्ज किया था. आरोप था कि कुछ चीनी नागरिक कंपनी के शेयरहोल्डर्स थे और उन्होंने पहचान के तौर पर जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था. इसी वजह से ईडी को शक है कि फर्जी दस्तावेजों के दम पर कई शेल कंपनियां बनाई गईं और पैसों की हेराफेरी हुई. वीवो पर आरोप तो ये भी लगा है कि कंपनी ने काफी पैसा विदेश भेज दिया है.,अब ये तमाम सवाल वीवो के डायरेक्टर्स Zhengshenou और Zhang Jie से पूछे जाने थे. उनके जरिए ही कई दूसरे राज से पर्दा उठ सकता था. लेकिन अभी के लिए ऐसी जानकारी है कि दोनों ही डायरेक्टर्स देश छोड़ जा चुके हैं. वैसे इस पूरी कार्रवाई पर वीवो के प्रवक्ता ने बयान जारी कर जांच में सहयोग करने की बात कही है. वीवो का कहना है कि वो अधिकारियों की मदद कर रही है और सभी जरूरी जानकारी मुहैया करा रही है.
इससे पहले भी वीवी और दूसरी चीनी कंपनियों के खिलाफ ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है. पिछले साल दिसंबर में आयकर विभाग (IT) ने श्याओमी, ओप्पो और वीवो से जुड़े ठिकानों और उनके डिस्ट्रीब्यूटर्स के यहां छापा मारा था. आरोप था कि ये कंपनियां टैक्स नियमों का सही तरीके से पालन नहीं कर रही थीं.