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युवतियों ने मोटरसाइकिल चालक को रोका, गाड़ी की चाबी निकाली, मांगे पैसे, मना किया तो…
युवतियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर एसडीएम के सामने पेश किया जहां पर उन्हें चेतावनी देने के बाद जमानत दी गई.
युवतियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर एसडीएम के सामने पेश किया जहां पर उन्हें चेतावनी देने के बाद जमानत दी गई.
धर्मशाला की ग्राम पंचायत तोकि में कुछ युवतियों ने अवैध नाका लगा कर स्थानीय राहगीरों से वसूली शुरू कर दी. जब पुलिस उन्हें पकड़ने गई तो वे मौके से फरार हो गईं और दूसरी जगह नाका लगा लिया. हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
हाइलाइट्स
धर्मशाला में अनोखी वारदात, युवतियां नाका लगा कर रही थीं अवैध वसूली.
पुलिस को भी दो बार दिया चकमा, अब हुईं गिरफ्तार.
धर्मशाला. जिले की ग्राम पंचायत तोकि में एक अजीबो गरीब वारदात सामने आई. यहां पर कुछ प्रवासी युवतियों ने गाड़ियों को रोक कर लोगों से जबरन वसूली का सिलसिला शुरू कर दिया. हालात ये रहे कि एक जगह से जब इनकी शिकायत की गई तो ये दूसरी जगह पहुंच गईं और वहां पर अवैध वसूली शुरू कर दी. हालांकि बाद में इनका वीडियो वायरल होने और स्थानीय लोगों की सतर्कता के चलते पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया.जानकारी के अनुसार तोकि पंचायत में अज्ञात युवतियों ने सड़क के बीच में ही राहगीरों को रोक कर जबरन पैसे वसूलना शुरू कर दिया. एक स्थानीय व्यक्ति जब मोटरसाइकिल पर शेखुपुर से डमटाला की ओर जा रहा था तो नर्सरी के पास अज्ञात युवतियों ने नाका लगा रखा था. इस पर जब उसे संदेह हुआ तो वो करीब गया. इस पर युवतियों ने उसकी मोटरसाइकिल की चाबी निकाल ली और उसके साथ बदतमीजी की. इस पर कुछ स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस जब तक मौके पर पहुंचती तब तक ये सभी फरार हो गईं.
किमी दूर फिर वसूली
फरार होने के कुछ ही देर बाद इन युवतियों ने 1 किलोमीटर दूर पर फिर से नाका लगा लिया और पैसे वसूलने शुरू कर दिए. इन युवतियों का वीडियो स्थानीय लोगों ने इस दौरान बना लिया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया. वीडियो पोस्ट होने के कुछ ही देर बाद वायरल हो गया. तो ये युवतियां यहां से भी फरार हो गईं लेकिन कुछ ही देर बाद उन्होंने पीएनबी एटीएम नंगलियां के पास नाका लगा लिया और पैसे वसूलने का काम शुरू कर दिया.
आखिर पकड़ी गईं
इसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पंचायत शेखुपुर के उपप्रधान को दी. उन्होंने तत्काल पुलिस को जानकारी दी. इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर एसडीएम के समक्ष पेश किया गया. वहा से उन्हें ऐसा फिर न करने की चेतावनी देते हुए जमानत पर रिहा कर दिया गया है.