
41 लापता, कुल्लू में मलबे से तीन शव और निकाले
भारी बारिश से राज्य में तीन एनएच समेत 897 सडक़ें बंद
1497 बिजली ट्रांसफार्मर और 388 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित
शिमला
प्रदेश में भारी बारिश, बादल फटने, भू-स्खलन व बाढ़ के चलते अब तक नुकसान का आंकड़ा 4079.06 करोड़ के पार पहुंच गया है। प्रदेश में इस मानसून सीजन में 20 जून से अब तक 366 लोगों की जान गई है, जबकि 426 लोग घायल हुए हैं और 41 लोगा अभी लापता हैं। सरकार की रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। प्रदेश में सडक़ हादसों में 163 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा प्रदेश में भू-स्खलन में 42, बाढ़ से नौ, बादल फटने से 17, डूबने 34, आग से तीन, सांप के काटने से 15, करंट लगने से 15, पेड़ और पहाड़ी से गिरने के कारण 40 और 28 लोगों की मौत अन्य कारणों से हुई है। प्रदेश में भू-स्खलन की 135, बाढ़ की 95 और बादल फटने की 45 घटनाएं पेश आई हैं। प्रदेश सबसे अधिक मंडी जिला में बादल फटने की 19 घटनाएं और दूसरे नंबर पर कुल्लू में बादल फटने की 12 घटनाएं एवं तीसरे नंबर पर चंबा जिला में बादल फटने की छह घटनाएं पेश आई हैं।
बादल फटने, भू-स्खलन व बाढ़ के चलते अब तक 6480 कच्चे-पक्के मकानों सहित दुकानों को क्षति हुई है। 5113 गोशालाओं को भी नुकसान पहुंचा है। प्रदेेश के मंडी जिला में आई आपदा में 2097 मकान और दुकानें क्षतिग्रस्त हुए हैं। मंडी जिला में मानसून सीजन में 59 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 48 लोग घायल हुए हैं और 27 लोग अभी भी लापता हैं। प्रदेश में शुक्रवार शाम छह बजे तक तीन एनएच और 897 सडक़ें बंद हैं। इसके अलावा भारी बारिश के कारण प्रदेश में 1497 बिजली ट्रांसफार्मर और 388 जल आपूर्ति योजनाएं बाधित हैं। मंडी जिला में 198 सडक़ें बाधित हंै और 218 बिजली ट्रांसफार्मर एवं 79 पेयजल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं। इसके अलावा कुल्लू जिला में दो एनएच और 225 सडक़ें बाधित हैं और 867 बिजली ट्रांसफार्मर एवं 63 पेयजल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं। शिमला जिला में 167 सडक़ें बाधित हैं और 200 बिजली ट्रांसफार्मर एवं 187 पेयजल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं। चंबा जिला में 116 सडक़ें, 142 बिजली ट्रांसफार्मर एवं 30 जल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं। इसके अलावा कांगड़ा जिला में 42 सडक़ें और 11 पेयजल आपूर्ति योजनाएं बंद हैं। कुल्लू के इनर अखाड़ा बाजार में शनिवार को चौथे दिन भी रेस्क्यू अभियान जारी रहा। यहां दो अलग-अलग स्थानों में चले सर्च अभियान के दौरान शनिवार को तीन और शव बरामद किए गए हैं। इनमें से एक शव एनडीआरएफ जवान का भी है। ऐसे में अब दोनों स्थानों पर एक व्यक्ति लापता है, जिसके लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
भरमौर से सुरक्षित चंबा पहुंचाए 64 और श्रद्धालु
चंबा। मणिमहेश यात्रा के दौरान प्राकृतिक आपदा के बरपे कहर के बीच भरमौर में फंसे 64 और श्रद्धालुओं को शनिवार को भारतीय वायुसेना के एम-17 हेलिकॉप्टर के माध्यम से एयरलिफ्ट करके जिला मुख्यालय के समीप करियां स्थित सुरक्षित एनएचपीसी के हेलिपैड पर पहुंचाया गया। शनिवार को वायु सेना के एम-17 हेलिकॉप्टर ने कुल चार उड़ानों के माध्यम से करीब 64 श्रद्धालुओं सहित दो शवों को चंबा लाया