उत्तर प्रदेश

राष्ट्रीय महिला एकता संगठन ने महिलाओं की सुरक्षा की उठाई मांग

योगी राज में भी महिलाएं असुरक्षित, आखिर क्यों!
-महिलाओं की सुरक्षा को प्रदेश सरकार के दावे हो रहे हवाहवाई
मुजफ्फरनगर। छत्तीसगढ में गत दिनों सगे चाचा ने छह साल की मासूम की निर्मम हत्या करने की घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया था। इस हत्या कांड के दोषी को सजा-ए-मौत एवं देश भर में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय महिला एकता संगठन ने केन्द्र व प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाये हैं। राष्ट्रीय महिला एकता संगठन द्वारा देश एवं प्रदेश में महिलाओं के साथ हो रहे जघन्य अपराध व रेप जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने की मांग की हैं।
गुरूवार को मीडिया सेंटर पर राष्ट्रीय महिला एकता संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिया किन्नर के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान उन्होने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रदेश सरकार एवं केन्द्र सरकार से कई अहम सवालों के जवाब मांगे। संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष रिया किन्नर ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश में सनातन को मानने वाली सरकार काबिज हैं फिर भी महिलाओं की सुरक्षा में सेंधमारी कर कुकर्म व दुष्कर्म जैसी जघन्य अपराधों को अंजाम देकर अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। उन्होने कहा कि रेप जैसी घटनाओं के ग्राफ को कम करने के लिए सख्त कानून बनाने की आवश्यकता हैं, जो 24 घंटों में ही अपराधी को सजा सुनाई जा सके। यदि ऐसा कानून केन्द्र सरकार लेकर आती हैं तो रेप व कुकर्म जैसे जघन्य अपराधों के ग्राफ में कमी लाई जा सकती हैं। उन्होने कहा कि भारत में कोई भी अपराधी कानून व्यवस्था के साथ इस लिए भी खिलवाड करते है, क्योकि यहां पर अपराध करने के बाद कोर्ट में केस चलने के बाद तब नतीजे पर पहुंच पाता हैं जब अपराधी अन्य कई घटनाओं को अंजाम दे चुका होता हैं और उसकी उम्र भी काफी हो चुकी होती हैं। संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा एवं जघन्य अपराधों के ग्राफ में कमी लाने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए 24 घंटों में सजा दिलवाये जाने वाले कानून पास करने होगें। इसके अलावा गत माह मार्च में प्रदेश के मेरठ जिले में हुए सोरभ हत्या कांड के दोषियों को भी फांसी की सजा दिलवाये जाने की मांग की हैं। दोनों हत्या कांड में दोषियों को सजा-ए-मौत दिलवाये जाने के लिए गुरूवार शाम को हृदय स्थली शिव चौक से झांसी रानी चौक तक कैंडल मार्च निकाला जायेगा। पत्रकार वार्ता मे मुख्य रूप से जूली, सरिता, कालबिरी कर्णवाल, रिया केन्नर, जानवी, नीलम व मुस्कान आदि मौजूद रहे।