Saturday, November 23, 2024

राजनीति

नितिन गडकरी बोले- आजादी के समय जो नीति अपनाई गई, उसका परिणाम भुगत रहा देश

जयपुर: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 1947 में आजादी के समय जो नीति देश ने अपनाई थी, आज उसी का परिणाम भुगतना पड़ रहा है। विश्व में मा‌र्क्सवादी, समाजवादी और पूंजीवादी विचारधारा लगभग समाप्त हो गई और अब अंत्योदय विचारधारा स्वीकार की जा रही है। वह रविवार को जयपुर जिले के धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के मौके पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे।
आर्थिक और सामाजिक समानता की जरूरत
गडकरी ने कहा कि इस देश के 80 प्रतिशत लोग गांव में रहते थे, लेकिन अब करीब 35 प्रतिशत लोग गांव से शहरों की ओर आ गए हैं। इस कारण शहरों में भी आबादी बढ़ गई है। कई शहरी समस्याएं भी सामने आ रही हैं। गांव से लोग पलायन कर रहे हैं, लेकिन ऐसा क्यों हो रहा है और इसके पीछे क्या कारण है, उसे समझना होगा । गडकरी ने कहा कि 1947 में जो नीतियां अपनाईं गईं, वही इसका सबसे बड़ा कारण हैं। आज देश की जीडीपी ग्रोथ में 24 प्रतिशत उत्पादन का योगदान हैं। 54 प्रतिशत के करीब सेवा सेक्टर और 12 प्रतिशत कृषि क्षेत्र का है। अंत्योदय विचारधारा में उपाध्याय ने इसके लिए आर्थिक और सामाजिक समानता की बात कही थी।
राष्ट्रवाद का विशेष ध्यान जरूरी
गडकरी ने कहा कि राजनीति सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का एक प्रकल्प है। राष्ट्रवाद का विशेष ध्यान रखना होगा,क्योंकि देश को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से मजबूत होने के साथ एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया जाना जरूरी है। गडकरी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू देश में उत्पादन बढ़ाने पर जोर देते थे तो वही महात्मा गांधी और उपाध्याय उत्पादन बढ़ाने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों का इसमें शामिल करने पर जोर देते थे ताकि रोजगार में बढ़ोतरी हो।