लगातार एटीएम कार्ड से हो रहे धोखाधड़ी को देखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक RBI, गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार, 8 अप्रैल को एक अहम घोषणा की है। इस फैसले के अनुसार अब ग्राहक बिना एटीएम कार्ड के भी पैसे निकाल सकते है। RBI ने भारत के सभी बैंकों के सभी एटीएम में कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध कराने की घोषणा की है।आरबीआई गवर्नर ने तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समिति की बैठक में इसकी घोषणा की है। दास ने कहा कि यह सुविधा यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस या यूपीआई के जरिए उपलब्ध होगा।
इस समय एटीएम के माध्यम से कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा केवल कुछ बैंकों तक ही सीमित है। अब यूपीआई का उपयोग करते हुए सभी बैंकों और एटीएम नेटवर्क पर कार्डलेस नकद निकासी की सुविधा उपलब्ध की जा रही है।आरबीआई गवर्नर ने कहा कि, लेनदेन में आसानी के अलावा, कार्ड स्किमिंग, कार्ड क्लोनिंग जैसे धोखाधड़ी को रोकने में मदद मिलेगी।तवागा एडवाइजरी सर्विसेज के सीईओ नितिन माथुर ने घोषणा के बाद कहा कि, यह बैंकिंग को डिजिटल बनाने की दिशा में एक कदम है और धोखाधड़ी वाले लेनदेन को काफी कम कर सकता है।
कार्डलेस नकद निकासी सुविधा क्या है?
जैसा कि नाम से पता चलता है, कार्डलेस नकद निकासी सुविधा के लिए बैंक ग्राहक को एटीएम से नकदी निकालते समय अपने डेबिट या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करने की आवश्यकता नहीं होगी। यह वर्तमान में विभिन्न बैंकों में उपलब्ध है और इसे कोविड -19 महामारी के मद्देनजर पेश किया गया था जब कई लोग एटीएम जाकर पैसे निकालने में असमर्थ थे। एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा सहित विभिन्न बैंकों के कार्डधारक अपने फोन के माध्यम से अपने डेबिट कार्ड के बिना भी नकदी निकाल सकते हैं। कार्डलेस कैश विदड्रॉल की सुविधा का इस्तेमाल खुद से पैसे निकालने के लिए किया जा सकता है।