Saturday, November 23, 2024

राष्ट्रीय

बेनकाब हुआ पाकिस्तान, पहली बार आतंकी को अपना नागरिक माना

पुंछ। आतंकवाद पर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हुआ है। भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के बाद मारे जाने वालों को अमूमन पाकिस्तान अपना नागरिक मानने से इन्कार कर देता है, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी आतंकी के शव को उसने स्वीकार किया है। सोमवार को पुंछ जिले में ट्रेड सेंटर चक्का दा बाग में आतंकी गाइड तबारक हुसैन के शव को पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंपा गया। बता दें कि तबारक 22 अगस्त को राजौरी के नौशहरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से घुसपैठ के दौरान भारतीय सेना की गोलीबारी में घायल होने के बाद पकड़े गए तबारक हुसैन की सैन्य अस्पताल राजौरी में उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
2016 में भी भारतीय क्षेत्र में घुसा था आतंकी
तबारक 2016 में भी भारतीय क्षेत्र में घुसा था, लेकिन पकड़ा गया। दो साल की सजा काटने के बाद उसे पाकिस्तान भेजा गया था। सेना की तरफ से कानूनी कार्रवाई के बाद शव को पुलिस ने प्रशासन राजौरी के सहयोग से रविवार देर रात पुंछ पहुंचाया। हालांकि इसकी सूचना पहले से पाकिस्तान सेना को दे दी गई थी। पुंछ के राजा सुखदेव सिंह जिला अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया गया।
आतंकी के शव को पाक अधिकारियों को सौंपा
सोमवार सुबह 11:15 बजे नियंत्रण रेखा पर स्थित चक्का दा बाग के मुख्य गेट दोनों सेनाओं की सहमति से खोले गए। प्रशासनिक अधिकारियों की देखरेख में आतंकी के शव को चक्का दा बाग के रास्ते पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया गया।गौरतलब है कि राजोरी के नौशेरा इलाके से एलओसी पर जख्मी हालत में पकड़े गए आतंकी तबारक की तीन सितंबर को सैन्य अस्पताल में मौत हो गई थी। अस्पताल में तबारक ने माना था कि पाकिस्तानी सेना ने उसके समेत आतंकियों के दस्ते को भारतीय सेना पर हमले के लिए भेजा था।