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Smart City Dehradun क्या हो जब आपके मोहल्ले की सीवर टैंक साफ़ करने रोबोट आ जाए .. आप ज़रूर हैरानी से उसको देखेंगे उसकी हर हरकत पर नज़र दौड़ाएंगे लेकिन जनाब यही तो है स्मार्ट सिटी की स्मार्ट लाइफ स्टाइल का स्मार्ट फार्मूला जल्द ही जिसको जल संस्थान अपनाने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये खबर आपको ज़रूर पढ़नी चाहिए क्योंकि ये आपसे ही जुडी है।
देहरादून हो रहा स्मार्ट क्या आप हैं तैयार ? Smart City Dehradun
अब आपको बता दें कि जल संस्थान की साउथ डिवीजन रोबोटिक सीवर क्लीनिंग मशीन खरीद रहा है। विभाग के मुताबिक यह ऐसी मशीन है जो सीधे सीवर के मेनहोल में जाकर मशीन की भुजाओं वाला हिस्सा भीतर चला जाएगा, जिसमें लगे कैमरे भीतर की लाइव तस्वीरें बाहर स्क्रीन पर दिखाएंगे। इससे ये भी आसानी से पता चल सकेगा कि कहां कचरा, पत्थर या रेत फंसने की वजह से सीवर लाइन बंद है। रोबोट अपने मजबूत हांथों से आसानी से उस गंदगी को बाहर निकाल देगा और मिनटों में हो जायेगा मेनहोल साफ ….
भारत में सिर पर मैला ढोने की प्रथा पर प्रतिबंध लगाए हुए दो दशक से अधिक समय हो गया है, लेकिन देश के कई हिस्सों में अवैध रूप से ही सही, यह अमानवीय प्रथा आज भी जारी है। हर साल, मैनहोल और सेप्टिक टैंक की सफ़ाई में लगे सैकड़ों लोग काम के दौरान मर जाते हैं। ऐसी मौतों को रोकने के उद्देश्य से रोबोटिक मशीन से न सिर्फ समय बचेगा बल्कि इंसानी ज़िंदगी भी बचाइए जा सकेगी।
मेनहोल क्लीनिंग रोबोट में 36 कैमरे लगे हुए हैं, जो सीवर लाइन के भीतर गहराई से जाकर गंदगी जमा होने की सही लोकेशन स्क्रीन पर दिखा सकते हैं। रोबोट 80 फीट गहराई में भी कचरे को निकालकर बाहर कर देगा। अगर रोबोट मशीन के कीमत की बात करें तो 35 – 40 लाख रुपये है। जल संस्थान का रोबोट से मेनहोल साफ करने का यह प्रयास सफल रहा तो आने वाले दिनों में अन्य शहरों में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा।