विवादित ज्ञानवापी मस्जिद की सच्चाई सामने पर छद्दम धर्म निरपेक्षों की नींद और रोटी-पानी तक हराम हो गया है। जो इस बात का साबित कर रहा है कि भारतीय संस्कृति और धरोहरों की नहीं, बल्कि अपनी गन्दी सियासत से मतलब है। और मुद्दे को हिन्दू मुसलमान बनाकर देश का माहौल ख़राब कर दंगों पर मालपुए खाने को लालायित है। जबकि यह लड़ाई नहीं, विदेशी आक्रांताओं द्वारा किये अत्याचारों के विरुद्ध है। क्या सच्चाई को झूठलाने वाले मुग़ल आक्रांताओं के वंशज है? इस प्रश्न का इन्हें उत्तर देना होगा।
सर्वे के दौरान विवादित ढाँचे में शिवलिंग मिलने पर परिसर को हिन्दुओं को सौंप देने की अपील करने वाली समाजवादी पार्टी की महिला नेता रुबीना खानुम पर गाज गिरी है। सपा ने रुबीना खान को उनके पद से हटा दिया है। इस कार्रवाई से पहले रुबीना अलीगढ़ महानगर की महिला विंग की अध्यक्षा थीं। रुबीना ने इस कार्रवाई को समाजवादी पार्टी का असली चेहरा बताया है। इसी के साथ रुबीना ने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक खुद को हटाए जाने पर रुबीना ने नाराजगी जताई। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, “मैं अनुशासनहीन इसलिए हो गई क्योंकि मैं समाजवादी पार्टी के हिसाब से नहीं बोली। मुझे सपा ने पद से इसलिए हटा दिया क्योंकि मैंने राष्ट्रवाद और सभी धर्मों के सम्मान की बात कह दी। यही सपा का असली चेहरा है।”
रुबीना ने कहा, “जिस पार्टी में मैं सच भी नहीं बोल सकती और देश की बात भी नहीं कर सकती उसमें मैं नहीं रहना चाहती। मेरे पास आए लेटर में मुझे अनुशासनहीन बताया गया है। मतलब मुसलमानों के साथ हिन्दुओं की भी बात करना अनुशासनहीनता कैसे हो गया ? अगर ये अनुशासनहीनता है तो मैं इसे बार-बार करूँगी। आज पद से निकाला है कल पार्टी से निकाल देंगे। ऐसी पार्टी में मैं खुद नहीं रह सकती।”
रुबीना के मुताबिक, “जिस पार्टी में बहू अपर्णा यादव का सम्मान नहीं हुआ वहाँ मेरा सम्मान कैसे होता ? ये सच है कि मैं पहले तुष्टिकरण की राजनीति करती थी। लेकिन बाद में मुझे मेरी आत्मा ने झकझोर दिया। तब मुझे आत्मज्ञान हुआ। तब से मैंने पूरे देश की बात करनी शुरू कर दी।”
क्या कहा था रुबीना ने
पहले कर चुकी हैं कई विवादित बयानबाजी
गौरतलब है कि रुबीना खानुम पहले कई विवादित बयानबाजी कर चुकी हैं। हिजाब विवाद में रुबीना ने हिजाब पर हाथ डालने वालों के हाथ काट देने का एलान किया था। वहीं लाऊडस्पीकर विवाद में भी उन्होंने मंदिरों के आगे लाऊडस्पीकर पर कुरान का पाठ करने की धमकी दी थी।