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एक ख़ुफ़िया रिकॉर्डिंग में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी बहन और पूर्व फ़ेडरल जज मैरिएन ट्रंप बैरी ने अपने भाई को झूठा बताया है. इसमें वो कह रही हैं कि उनके भाई का ‘कोई सिद्धांत नहीं है.’ट्रंप की बहन की यह टिप्पणी उनकी भतीजी मैरी ट्रंप ने रिकॉर्ड की थी. मैरी ट्रंप ने ही पिछले महीने एक किताब प्रकाशित की थी जिसमें राष्ट्रपति ट्रंप की कड़ी आलोचना की गई थी.ट्रंप की बहन मैरिएन को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि ‘उसके बकवास ट्वीट और झूठ से, ईश्वर ही बचाए. यह धोखेबाज़ी और क्रूरता है.’मैरी ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने अपनी आंटी को ख़ुफ़िया तरीक़े से इसलिए रिकॉर्ड किया था ताकि किसी भी क़ानूनी दांवपेच से बचा जा सके.राष्ट्रपति ट्रंप ने इस रहस्योद्घाटन पर अपना बयान दिया है जो व्हाइट हाउस ने जारी किया है. इसमें कहा गया है कि ‘हर दिन कुछ अलग होता है, इसकी कौन परवाह करता है.’इस रिकॉर्डिंग को सबसे पहले वॉशिंगटन पोस्ट अख़बार ने प्रकाशित किया था जिसके बाद एसोसिएटेड प्रेस ने भी इसे छापा.उन्होंने अपनी जगह परीक्षा देने के लिए दिए थे पैसे’इस ख़ुफ़िया रिकॉर्डिंग में बैरी ट्रंप प्रशासन की माइग्रेशन नीति की निंदा कर रही हैं. इस नीति के तहत बच्चों को सीमा पर प्रवासी हिरासत केंद्रों में रखा जाता है.मैरी ट्रंप ने अपनी जीवनी टू मच एंड नेवर इनफ़: हाऊ माई फ़ैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ में यह रहस्योद्घाटन किया था कि उनके चाचा डोनाल्ड ट्रंप ने ख़ुद की जगह एसएटी की परीक्षा देने के लिए अपने दोस्त को पैसे दिए थे.ये भी पढे़ं : राष्ट्रपति ट्रंप की भतीजी की जीवनी के पाँच सनसनीखेज़ क़िस्सेरिकॉर्डिंग में बैरी इस ओर इशारा कर रही हैं और यह भी बता रही हैं कि वो उस दोस्त का नाम जानती हैं.बैरी अपने भाई डोनाल्ड का समर्थन करती रही हैं और पहले भी कह चुकी हैं कि वो दोनों बहुत क़रीब हैं.उन्होंने एक बार बताया था कि जब वो एक ऑपरेशन के सिलसिले में अस्पताल में भर्ती थीं तो उनके भाई रोज़ाना उन्हें देखने आते थे.स्टॉर्मी डेनियल्स को देनी होगी क़ानूनी फ़ीसवहीं, कैलिफ़ोर्निया की शीर्ष अदालत के जज ने राष्ट्रपति ट्रंप को स्टेफ़नी क्लिफ़ॉर्ड उर्फ़ स्टॉर्मी डेनियल्स को 44,100 डॉलर देने का आदेश दिया है.कोर्ट ने यह आदेश दोनों के बीच हुए एक गुप्त समझौते की क़ानूनी फ़ीस देने के लिए दिया है.डेनियल्स का आरोप था कि ट्रंप ने 2006 में लेक ताहो के एक होटल के कमरे में उनसे शारीरिक संबंध बनाए थे. हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने इन आरोपों से इनकार किया था.ये भी पढे़ं : ‘मोदी का सहारा’ लेकर भारतीय मूल के मतदाताओं को रिझाने उतरे ट्रंपडेनियल्स ने कहा था कि राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले अक्तूबर 2016 में 1.3 लाख डॉलर में उनसे चुप रहने के लिए एक समझौता किया गया था.ऑनलाइन प्रकाशित जज के आदेश में कहा गया है कि यह मामला ज़रूर ख़ारिज हो गया था लेकिन डेनियल्स इस मामले में एक ‘मज़बूत पार्टी’ थीं इसलिए उन्हें क़ानूनी केस की रक़म भी मिलनी चाहिए.