हैदराबाद: पेड़ काटने से रोकने पर तेलंगाना वन अधिकारी की हत्या, CM केसीआर ने किया कार्रवाई का वादा
हैदराबाद। तेलंगाना में पोडू भूमि विवाद को लेकर एक वन अधिकारी की हत्या कर दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 22 नवंबर को भद्राद्री कोठागुडम जिले के कुछ आदिवासियों ने चंद्रगोंडा वन रेंज अधिकारी (एफआरओ) चलामाला श्रीनिवास राव पर हमला किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
हालत नाजुक होने के कारण उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से खम्मम के एक अस्पताल में शिफ्ट किया गया जहां उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि श्रीनिवास के सिर, गर्दन और छाती पर आदिवासियों ने जोरदार हमला किया था। बता दें कि श्रीनिवास पर हमला उस दौरान हुआ जब वे चंद्रगोंडा मंडल के बेंदलापाडु गांव में वृक्षारोपण को काटने से रोक रहे थे।
धारदार हथियारों से की हत्या
रिपोर्ट के अनुसार, श्रीनिवास पर बेंदलपाडु वन क्षेत्र में गुट्टिकोया जनजाति के किसानों ने धारदार हथियारों से हत्या की थी। ये हमला उस दौरान हुआ जब आदिवासियों से वन विभाग द्वारा लगाए गए पौधों को हटाने के लिए पूछताछ की जा रही थी। इस दौरान दोनों गुटों के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई जिससे तनाव बढ़ता ही चला गया। इसी दौरान आदिवासियों ने श्रीनिवास पर चाकू और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। आदिवासी यहीं नहीं रूके, जब श्रीनिवास जमीन पर गिरे तो उनपर हमलावरों ने हमला जारी रखा। वहीं उनके साथ मौजूद बेंदलापाडु अनुभाग अधिकारी रामा राव अपनी जान बचाने के लिए वहां से भाग निकले।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव का बयान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने श्रीनिवास राव के निधन पर दुख व्यक्त किया है। सीएम ने डीजीपी महेंद्र रेड्डी को कानूनी कार्रवाई करने का आदेश दिया, ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जा सके। सीएम ने मृतक एफआरओ के परिवार को 50 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की। सीएम ने अधिकारियों को आदेश दिया कि हमले में मारे गए श्रीनिवास राव के परिवार को नियमानुसार पूरा वेतन दिया जाए और यह वेतन सेवानिवृत्ति की उम्र तक उनके परिवार के सदस्यों को मिलती रहे। इसके अलावा परिजनों को सरकारी नौकरी देने का भी आदेश दिया।