बर्लिन। हाल ही में भारत के एक जवान का शव 38 सालों बाद सियाचिन के बर्फ के नीचे मिलने की खबर ने सबकों हैरत में डाल दिया था। एक ऐसी ही चौंका देने वाली घटना स्विट्जरलैंड से सामने आई है। यहां वर्ष 1990 से गायब एक शख्स का शव बर्फ के नीचे दबा पाया गया है। लापता व्यक्ति 30 साल पहले सिर्फ 27 साल का था। उसे पहाड़ों की चोटी फतह करने का बेबहद शौक था। मगर इसी शौक ने उसकी जिंदगी छीन ली।
ग्लेशियर के नीचे मिले अवशेष
जर्मनी की समाचार एजेंसी डीपीए न्यूज ने मंगलवार को बताया कि 1990 से लापता जर्मनी के एक व्यक्ति का शव स्विट्जरलैंड में जर्मेट के पास एक ग्लेशियर पर मिला है। पर्वतारोहियों ने जुलाई के अंत में स्टॉकजी ग्लेशियर पर बाडेन-वुर्टेमबर्ग राज्य के व्यक्ति के अवशेषों और उपकरणों की खोज की थी।
डीएनए जांच से हुई पहचान
समाचार एजेंसी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि डीएनए टेस्ट से पता चला कि ग्लोशियर पर मिले अवशेष निस्संदेह जर्मनी के शहर नूरटिंगेन से लापता व्यक्ति शैमॉनिक्स का था। 30 साल पहले जब वह लापता हुआ था तब उसकी उम्र 27 साल थी। पुलिस की मानें तो साल 1990 के अगस्त महीने में मृतक फ्रांस के शैमॉनिक्स स्थित वैलैस आल्प्स से इटली के डोमोडोसोला तक कई दिनों के पहाड़ी दौरे पर था। मगर जब वह अपने गंतव्य पर नहीं पहुंचा, तो उसे ढूंढने की कोशिश की गई।