सम्भल जिला न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले तीन भाई गिरफ्तार, उद्देश्य जानने में जुटी पुलिस
सम्भल। पुलिस ने सम्भल जिला न्यायालय में सुरक्षा के लिए तैनात पीएसी के प्लाटून कमांडर और जिला न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जिला न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी देने का मामला सामने आने के बाद कोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
मामला संभल जनपद में चंदौसी कोतवाली क्षेत्र के जिला न्यायालय का है। जिला न्यायालय में सुरक्षा के लिए तैनात पी ए सी के प्लाटून कमांडर दीवान सिंह को अंजान शख्स ने बीते सोमवार की देर रात 10 बजे फोन करके जिला न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। धमकी देने वाले शख्स ने प्लाटून कमांडर को भी जान से मारने की धमकी दी थी। फोन पर धमकी की जानकारी प्लाटून कमांडर ने चंदौसी कोतवाली प्रभारी मुकेश कुमार को दी।
जिला न्यायालय को बम से उड़ाने की धमकी की जानकारी सामने आने के बाद पुलिस में हरकत में आ गई। आनन फानन में पुलिस के आला अफसरों को मामले की जानकारी दी गई। जिसके बाद पुलिस की सर्विलांस टीम ने धमकी देने वाले शख्स के फोन को ट्रेस करना शुरू कर दिया। मंगलवार को पुलिस ने न्यायालय परिसर के बाहर से अलीगढ निवासी तीन सगे भाइयों को इसी मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस फिलहाल उनसे जानकारी कर रहीं है कि धमकी किस कारण दी गई और इसके पीछे उनका क्या उद्देश्य था।
रंजिश को लेकर मारपीट, चार के खिलाफ रिपोर्ट : असमोली थाना क्षेत्र के गांव में एक ग्रामीण रविवार की रात को मुर्गी फार्म पर बैठे हुए थे। पीड़ित ने बताया कि तभी गांव के चार लोग फार्म पर आए और पुराने झगड़े को लेकर कहासुनी करते हुए गाली गलौज करने लगे। आरोप है कि विरोध करने पर आरोपितों ने लाठी-डंडों से मारपीट करना शुरू कर दिया। पीड़ित ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है।
थाना क्षेत्र में गांव शाहपुर डसर निवासी मोहम्मद अली रविवार की रात को अपने मुर्गी फार्म पर बैठे हुए थे। मोहम्मद अली ने बताया कि तभी गांव के चार लोग फार्म पर पहुंचे और पुराने झगड़े को लेकर वहां उनसे कहासुनी करने लगे। जब मोहम्मद अली ने विरोध किया तो आरोपितों ने गाली गलौज शुरू कर दी।
आरोप है कि इसी बीच बात इतनी बढ़ गई की चारों लोगों ने मिलकर उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। शोर शराबा सुनकर अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे और बीच बचाव कराया। घायल अवस्था में पीड़ित अपने स्वजन के साथ थाने पहुंचे और चारों लोगों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की, जिसमें पुलिस ने तहरीर के आधार पर एनसीआर दर्ज कर ली है।