लखनऊ। प्रयागराज में होने वाले कुंभ में श्रद्धालुओं को स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं। जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि महाकुंभ से पहले गंगा और यमुना को पूरी तरह से नालामुक्त कर दिया जाए। वहीं, हर घर नल योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि बुंदेलखंड में यह योजना दिसंबर तक पूरी हो जाए।
नमामि गंगे विभाग के अधिकारियों के साथ सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में स्वतंत्रदेव ने कहा कि महाकुंभ लाखों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है। ऐसे में गंगा-यमुना की निर्मलता और अविरलता को बनाए रखना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों से गंगा में मिलने वाली नदियों और उसमें गिरने वाले सभी छोटे-बड़े नालों की सूची मांगी। गंगा और यमुना में गिरने वाले नालों को टैप करने और डायवर्ट करने के काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बिजनौर से बलिया तक गंगा नदी के किनारे जनसहयोग और जनभागीदारी से वृहद स्तर पर पौधारोपण अभियान चलाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गंगा नदी के किनारे संचालित सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की पल-पल निगरानी की जाए। नदियों में किसी प्रकार की गंदगी न गिरे, इसको सुनिश्चित किया जाए। बैठक में जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद, नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव, जल निगम के प्रबंध निदेशक बलकार सिंह, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के अधिशासी निदेशक प्रिय रंजन कुमार आदि उपस्थित थे।