राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान आज, विपक्षी कुनबे में बिखराव से द्रौपदी मुर्मू की बड़ी जीत के आसार
नई दिल्ली। देश के 15वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं और सोमवार को संसद भवन व राज्यों की विधानसभाओं में इसके लिए वोट डाले जाएंगे। देशभर के करीब 4,800 विधायक और सांसद राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालेंगे। वोटों के गणित में पक्ष और विपक्ष के बीच बने बड़े फासले को देखते हुए राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का देश की अगली राष्ट्रपति चुना जाना तय है। वह आदिवासी समुदाय की देश के शीर्ष संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली शख्सियत होंगी।
–द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के बीच नजर आ रहा वोटों का बड़ा अंतर
-संसद भवन व राज्य विधानसभाओं में सुबह 10 से शाम छह बजे तक मतदान
-4,800 के करीब सांसद और विधायक नए राष्ट्रपति को चुनने के लिए डालेंगे वोट
विपक्षी कुनबे का बिखराव नहीं रोक पाए सिन्हा
विपक्ष के साझा उम्मीवार यशवंत सिन्हा ने प्रचार अभियान को पूरे जोर-शोर से जारी जरूर रखा मगर चुनाव निकट आने के साथ ही वह विपक्षी कुनबे के वोटों के बिखराव को रोक नहीं पाए।
सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक मतदान
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संसद भवन परिसर और राज्य विधानसभाओं में मतदान सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक होगा। संसद भवन परिसर में मानसून सत्र के शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सरकार के तमाम वरिष्ठ मंत्री व सांसद ही नहीं, विपक्ष के नेता-सांसद भी अपने वोट डालेंगे।
कई दलों का समर्थन
राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार मुर्मू को सत्ताधारी गठबंधन के अलावा बीजद, वाईएसआर कांग्रेस, अकाली दल ही नहीं विपक्षी खेमे के कई दलों जैसे जदएस, झामुमो, शिवसेना और तेदेपा का समर्थन भी मिला है। इससे साफ है कि द्रौपदी मुर्मू को करीब दो तिहाई मत मिलने की संभावना है। जबकि विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के लिए स्थिति चुनौतीपूर्ण नजर आ रही है।
21 को मतगणना और 25 को शपथग्रहण
राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को होने वाले मतदान के बाद सभी राज्यों से मत पेटियां दिल्ली लाई जाएंगी और 21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद देश के नए राष्ट्रपति के निर्वाचन की घोषणा कर दी जाएगी। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को समाप्त हो रहा है और 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।