Friday, December 27, 2024

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घर में पैदा हुई 5.5 किलो की बच्ची, कद-काठी ने परिवार को किया हैरान, हर तरफ हो रही चर्चा

SG    किसी परिवार में जब किसी बच्चे का जन्म होता है तो सभी सदस्य खुशी से झूम पड़ते हैं लेकिन इन दिनों जिस बच्चे की कहानी सामने आई उसने लोगों को हैरान कर दिया. बताया जा रहा है कि आठ घंटे दर्द सहने के बाद महिला ने 5.6KG के बच्चे को जन्म

घर में जब कभी बच्चा पैदा होता है तो उसकी खुशी सिर्फ माता-पिता ही नहीं, बल्कि घर के हर एक सदस्य को होती है. बच्चे की किलकारी से जहां पूरा घर खुशी से झूम उठता है तो वहीं घर के सभी सदस्य उस मेहमान की तैयारियों में जुट जाते हैं. लेकिन क्या हो अगर किसी घर में कोई मेहमान आए लोग उसे देखकर खुश होने के बजाय दंग रह जाएं? सुनने में आपको भले ही ये केस अजीब लग रहा हो लेकिन ये बात बिल्कुल सच है. जब इस ये बच्चा इस दुनिया में आया इसकी खूब चर्चा हो रही है.

साल 1992 में पैदा हुआ था इतना वजनी बच्ची
  अंग्रेजी वेबसाइट न्यूयॉर्क पोस्ट के मुताबिक इस बच्ची का नाम तबीथा है. अपनी बेटी का इतना अधिक वजन जानकर रूथ हैरान थीं. जब ये पैदा हुई तो इसकी कद-काठी देख इसकी मां ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के पन्ने खंगालने शुरू कर दिए…इस दौरान उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि साल 1992 में दुनिया का सबसे अधिक वजन वाला बच्चा पैदा हुआ था. जिसका वजन उनके बच्चे के वजन से 1.4 किलो ज्यादा था. फिलहाल एक महीने की तबीथा जो कपड़े पहनती है उसे 3-6 महीने के बच्चे पहनते हैं.रूथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे जब लेबर पेन शुरू हुआ तो डिलीवरी के लिए सबसे पहले मेरे पति ने ही मेरा कमरा तैयार किया. हमें उन महिलाओं के बारे में जानकारी है जो बच्चों के डिलीवरी का काम घर पर ही करते हैं. तबीथा की डिलिवरी भी घर पर ही हुई जब ये गर्भ से बाहर आई चो दाई ने भी माना और कहा इतना बड़ा बच्चा कहीं नहीं देखा और इस दौरान उन्हें तकरीबन 8.5 घंटे तक लेबर पेन सहना पड़ा. जानकारी के लिए बता दें कि रूह पहले ही दो बच्चों की मां है और जब वो पैदा हुए थे तब उनका वजन 4.5 किलोग्राम का था.