राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस के 500 नए मामले सामने आए हैं, जिससे मंगलवार को दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव रोगियों की संख्या बढ़कर 10,554 हो गई। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या भी 166 पर पहुंच चुकी है।
दिल्ली में कोरोना के 4750 रोगी अभी तक ठीक भी हो चुके हैं। इनमें से 265 रोगियों को बीते 24 घंटे के बीच अस्पताल से छुट्टी दी गई है। मंगलवार को शहर में कुल 5638 कोरोना के एक्टिव रोगी हैं।
दिल्ली सरकार ने मंगलवार को कोरोना हेल्थ बुलेटिन जारी करते हुए कहा कि दिल्ली में कोरोना से पीड़ित 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के कुल 1502 व्यक्ति हैं। इनमें से अब तक तक 87 की मृत्यु हो चुकी है। वहीं 50 से 59 वर्ष की उम्र के 1623 कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों में से 45 की मृत्यु हो चुकी है। सबसे अधिक 7429 कोरोना रोगी 50 वर्ष या उससे कम उम्र के हैं। इनमें से 34 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में केस के दोगुना होने की दर करीब 11 दिन के आसपास है। अगर शनिवार का आंकड़ा देखा जाए तो लगभग 4 से 4.5 प्रतिशत ग्रोथ दर है। ग्रोथ दर 4.5 प्रतिशत के हिसाब से तो केस के दोगुना होने की दर 18 दिन बन जाती है, लेकिन इसमें हम देखते हैं कि जितने भी केस आज हैं, इससे आधे कितने दिन पहले थे। इससे आधे केस 11 दिन पहले थे। इसलिए फिलहाल दिल्ली में केस दोगुना होने की दर करीब 11 दिन है।
दिल्ली में कोरोना के 158 रोगी आईसीयू में हैं, जबकि उसमें से 16 लोग वेंटिलेटर पर हैं। गौरतलब है कि दिल्ली में अभी तक 1,45,854 टेस्ट किए जा चुके हैं। दिल्ली सरकार उन सभी इलाकों को हॉटस्पॉट मानकर सील किया है, जहां कोरोना के 3 से अधिक मामले एक साथ पाए गए हैं।
अब कुल 70 कोरोना कंटेनमेंट जोन
दिल्ली में अब कुल 70 कोरोना कंटेनमेंट जोन हैं। इन इलाकों को दिल्ली सरकार ने दिल्ली पुलिस की मदद से पूरी तरह सील कर दिया है। किसी भी कोरोना कंटेनमेंट जोन या कोरोना हॉटस्पॉट में बाहर का कोई व्यक्ति प्रवेश नहीं कर सकता। इसी तरह इन कंटेनमेंट जोन में रह रहे लोग भी इस इलाके से बाहर नहीं आ सकते। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि कोरोना का संक्रमण इन क्षेत्रों से निकलकर अन्य इलाकों में न फैल सके।
केस बढ़ने के बावजूद कंटेनमेंट की संख्या नहीं बढ़ने के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि काफी ऐसे मामले आ रहे हैं, जो हॉस्पिटल व बीएसएफ के हैं। पुलिस के बहुत सारे केस आ रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मचारियों के काफी केस आए हैं और अस्पतालों में जो भर्ती हैं उनके भी काफी केस आए हैं। जिस भी एरिया में नया मामला आएगा, उसे सीधे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया जाएगा।